Saturday, December 25, 2021

TALLY LEDGER IN HINDI/ tally me ledger kese banay

टैली में लैजर कैसे बनाते है ?

टैली में कंपनी बनाने के बाद ledger create करना पहली आवश्यकता है लेकिन उससे पहले ये जानना बहुत जरुरी है की लैजर होता क्या है ये तो सब जानते है की एकाउंटिंग computarised हो या मैन्युअल बही खातो पर, अकाउंट का पूरा सिस्टम Entries पर निर्भर होता है.और उन्ही Entries में उपयोग होनेवाले खातो को tally में ledger कहा जाता है

जैसे किसी दुकानदार ने अपने XYZ नाम के ग्राहक को उधार में माल बेचा और ABC नाम के एक ग्राहक हो नगद में माल बेचा तो वो दुकानदार अपने बुक में XYZ नाम का एक खाता बनाएंगा और उमसे एक एंट्री उसमे  करेंगा और दूसरी बिक्री खाता (सेल अकाउंट) में एंट्री करेंगा  .और जो माल उसने नगद में बेचा उसकी वो नगद ( cash ) खाते में एंट्री करेंगा और दूसरी बिक्री खाते (सेल अकाउंट) में एंट्री करेंगा  .एकाउंटिंग की भाषा में इन्ही खातो को ledger कहा जाता है

[ Note : टैली में cash नाम से लैजर पहले से मौजूद रहता है इसलिए cash ledger बनाने की जरुरत नहीं पड़ती है ]  

Single Ledger creation in tally

टैली में ledger बनाना एक आसान प्रक्रिया है .ledger दो प्रकार से बनाये जाये है  Single  ledger और Multiple ledger.यदि एक समय पर कंपनी में बहुत सारे ledger बनाने हो तो Multiple Ledgers  Creation से  बनाये जा सकते है .और यही एक दो ही  बनाने रहे तो single ledger से ही बनाने चाहिए.

How to create Ledger in Tally Erp 9

निचे दी गयी स्टेप के अनुसार टैली में  single ledger create किया जा सकता है

Gateway of tally से  Account info पे क्लिक करे

Ledgers पर क्लिक करे

यहाँ तीन options है Create, Display,Alter

  1. Create  : इस option पर क्लिक करके  नया लैजर बनाया जा सकता है
  2. Display : इस आप्शन से किसी भी लैजर को देख सकते है
  3. Alter     : इस option से किसी भी लैजर में बदलाव किया जा सकता है

 लैजर बनाने के लिए Create  पर क्लिक  करे

अब ledger Creatin Screen ओपन होंगी   

Name : ledger का नाम डाले

alias : यदि कोई वैकल्पिक नाम आप देना चाहते हो तो इस यहाँ लिखे

Example : ledger नाम Ashok Sales & co . से है aur alies name me Ashok Likha hai to Ashok naam se bhi ledger ko open kiya ja sakta ha ailas में Number bhi darj kiya ja sataha hai

Groups : लैजर का उचित ग्रुप सेलेक्ट करे जैसे कंपनी Ashok Sales & co. को माल की बिक्री करती है.तो Ashok Sales & co. कंपनी के लिए Sundry Debtors होंगा .इस व्यव्हार में लेजर का group sundry Debtors दिया जायेंगा .

Maintain balances bill by bill : चूँकि ग्रुप Sundry Debtors है तो इसमें bill by bill आप्शन आता है एकाउंट्स बिल बाय बिल mainatain करने की लिए इस आप्शन को yes किया जाता है .

Mailing Detail : लैजर में दिया गया नाम यहाँ अपने आप आ जाता है इसमें बदलाव भी किया जा सकता है .

Address : यहाँ कस्टमर का address डाला जाता है

Country : कस्टमर जिस देश से है लिस्ट में से उस देश का नाम सेलेक्ट करे. Ex . India

State : लिस्ट में से State का नाम सेलेक्ट करे .

Pincode : पिन कोड दर्ज करे

Set/Alter GST details : इसे yes करे.अब जो स्क्रीन ओपन होंगी उसमे कस्टमर का GST details डाले .

अब enter करे                     

Finally अब accept कर दे .         

Multiple ledgers create in Tally
टैली में multiple ledgers create करने के लिए निचे दी गयी स्टेप्स फॉलो करे .
Gateway of tally
Account info में जाये
Mutiple Ledgers में Create पर क्लिक करे.
Under Group सेलेक्ट करे ( यदि सभी ledgers का ग्रुप एक ही है तो यहाँ वो ग्रुप सेलेक्ट करे और Ledgers अलग अलग ग्रुप्स के हो तो All Items सेलेक्ट करे.)
अब लैजर नाम लिखकर Under groups सेलेक्ट करे .
Finally enter करके accept कर दे .
NOTE : Multiple Ledgers Create करते समय कुश जरुरी options नहीं आते है जिस तरह से single ledgers Creation में बताया गया है . 

इस प्रकार टैली में single ledger और multiple ledger बनाये जाते है . यहाँ sundry debtors group के under में आनेवाले लैजर के बारे में बताया गया है .लैजर बनाने की विधि तो यही रहेंगी किन्तु सभी sundry debtors नहीं होते इसलिए किस लैजर को किस ग्रुप में लेना है इसके लिए लेखांकन के लिए सामान्य ज्ञान होना अनिवार्य है

Ledger Creations

Gateway of Tally ⇨ Accounts Info ⇨ Ledger ⇨ Create

Sr no.LEDGERUNDER GROUP
1CAPITALCAPITAL ACCOUNTS
2DRAWINGSCAPITAL ACCOUNTS
3FURNITURE & FIXTUREFIXED ASSETS
4PLANT & MACHINERYFIXED ASSETS
5LAND & BUILDINGFIXED ASSETS
6COOLARFIXED ASSETS
7MOTOR CARFIXED ASSETS
8CASHCASH-IN-HAND
9PETTY CASHCASH-IN-HAND
10ANY BANK ( Dr.)BANK ACCOUNTS
11ANY BANK (Cr.)BANK OVERDRAFT
12SALARY EXPINDIRECT EXPENSES
13ELECTRISITY EXPINDIRECT EXPENSES
14ADVERTISMENT EXPINDIRECT EXPENSES
15WATER BILLINDIRECT EXPENSES
16TELEPHONE BILLINDIRECT EXPENSES
17DISCOUNT ALLOWEDINDIRECT EXPENSES
18INTEREST PAIDINDIRECT EXPENSES
19REPAIRS & MAINTAINS EXPINDIRECT EXPENSES
20RENT EXPINDIRECT EXPENSES
21PRINTING & STATIONERY EXPINDIRECT EXPENSES
22CONVEYANCE EXPINDIRECT EXPENSES
23DEPRECIATION EXPINDIRECT EXPENSES
24WAGES EXPDIRECT EXPENSES
25CARRIAGE INWARD EXPDIRECT EXPENSES
26FREIGHT EXPDIRECT EXPENSES
27INTEREST RECEIVEDINDIRECT INCOME
28COMMISSION RECEIVEDINDIRECT INCOME
29DISCOUNT RECEIVEDINDIRECT INCOME
30SALARY RECEIVEDINDIRECT INCOME
31OUTSTANDING RENTCURRENT LIABILITIES
32OUTSTANDING SALARYCURRENT LIABILITIES
33PURCHASEPURCHASE ACCOUNTS
34PURCHASE RETURNPURCHASE ACCOUNTS
35SALESSALES ACCOUNTS
36SALES RETURNSALES ACCOUNTS
37ANY PARTY PURCHASESUNDRY CREDITORS
38ANY PARTY SALESSUNDRY DEBTORS
39SHARE / DEBENTUREINVESTMENT
40LOAN FROM BANKSECURED LOAN
41LOAN FROM PERSON’SUNSECURED LOAN
42INPUT VATDUTIES & TAXES
43SERVICE TAXDUTIES & TAXES
44TDSDUTIES & TAXES
45TCSDUTIES & TAXES
46OUTPUT VATDUTIES & TAXES
47EXCISE DUTYDUTIES & TAXES

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